सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में मंगलवार को भारतीय टीम पहली बार ऑस्ट्रेलिया से लगातार तीसरी टी-20 सीरीज जीतने के लिए उतरेगी। पांच मैचों की सीरीज में भारत पहले दो मैच जीतकर 2-0 की बढ़त पर है। तीसरा मैच जीतने पर भारतीय टीम सीरीज में अजेय 3-0 की बढ़त ले लेगी। बीते तीन वर्षों में भारत ने ऑस्ट्रेलिया से तीन मैचों की दो टी-20 सीरीज 2-1 के अंतर से जीती हैं। लगातार 12वां टी-20 अंतरराष्ट्रीय खेल रहे तिलक वर्मा के लिए यह मुकाबला अहम रहेगा। पिछले दो मैचों में उन्हें बल्लेबाजी का ज्यादा मौका नहीं मिला। उन्होंने दो पारियों में सिर्फ 12 गेंदें ही खेली हैं। वनडे विश्वकप के फाइनल में पहुंचने वाली भारतीय टीम के सदस्य श्रेयस अय्यर की रायपुर और बंगलूरू में होने वाले चौथे और पांचवें मैच के लिए टीम में वापसी हो रही है। ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि श्रेयस अंतिम एकादश में तिलक के स्थान पर वापसी करेंगे। वह अंतिम दो मैचों में ऋतुराज गायकवाड़ के स्थान पर टीम की उपकप्तानी भी करेंगे। यही कारण है कि तिलक से इस मैच में बड़ी पारी की उम्मीदें लगाई जा रही हैं। बरसापाड़ा स्टेडियम की पिच हमेशा बल्लेबाजों की सहायक रही है। इस बार भी यही उम्मीद है कि यहां पिछले दो मैचों की तरह रन बरसेंगे। मुकाबले के दौरान 40 हजार दर्शकों से स्टेडियम भरा रहने की उम्मीद है। भारत ने दो मैचों में 36 बाउंड्री और 24 छक्के लगाए हैं। भारतीय बल्लेबाजों के सामने यहां इनकी संख्या बढ़ाने का अच्छा मौका होगा। भारतीय शीर्ष क्रम ने पिछले दो मैचों में जमकर रन बरसाए हैं। यशस्वी जायसवाल, ऋतुराज गायकवाड़ और सूर्यकुमार यादव एक-एक अर्धशतक लगा चुके हैं। वहीं वनडे विश्वकप में ज्यादा मौके नहीं पाने वाले ईशान किशन ने दो अर्धशतक लगाए हैं। रिंकू सिंह ने दोनों मैचों में जिस तरह की बल्लेबाजी की है। उससे यह लगने लगा है कि इस प्रारूप में वह भारतीय टीम के नंबर छह के नियमित दावेदार बन जाएंगे। रिंकू ने तिरुवनंतपुरम में सिर्फ नौ गेंद में नाबाद 31 रन की पारी खेली। तिलक नंबर पांच पर खेलते हैं। यह देखने वाली बात होगी कि सूर्यकुमार यादव यहां उन्हें अपने से ऊपर के क्रम में खेलने का मौका देते हैं या नहीं। पहले मैच में 208 रन खर्च करने के बाद दूसरे मैच में भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की। खासतौर पर प्रसिद्ध कृष्णा और रवि बिश्नोई ने तीन-तीन विकेट लेकर अपनी जिम्मेदारी को अच्छी तरह निभाया। पहले मैच में जोश इंग्लिस और स्टीव स्मिथ उन पर भारी पड़े थे, लेकिन दूसरे मैच में उन्होंने अपनी तेजी से अच्छी वापसी की। बिश्नोई तिरुवनंतपुरम में गेंदबाजी में बड़ा अंतर साबित हुए। उन्होंने शुरुआती विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया की लय बिगाड़ी। वनडे विश्वकप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम में शामिल स्टीव स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल, मार्कस स्टोइनिस, एडम जांपा अपनी क्षमताओं के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं। बीते नौ सप्ताह से ये क्रिकेटर भारत में हैं और उन पर थकान हावी दिखाई दे रही है। विश्वकप में ऑस्ट्रेलिया के पास हेजलवुड, स्टार्क, कमिंस जैसे तेज गेंदबाज थे, लेकिन यहां सीन एबोट और एलिस वैसी धार नहीं दिखा पाए हैं।