लोकसभा चुनाव के रण में उतरने के बजाय कांग्रेस के जनरल-कर्नल यानी केंद्रीय नेता बैरक में ही रहे। प्रचार का सारा दारोमदार चुनावी समर में उतारे गए सेनापतियों और सेना पर रहा है। प्रचार खत्म होने के तीन दिन पहले पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तराखंड की दो लोकसभा सीटों पर जनसभा करने के लिए वक्त निकाला। प्रचार के आखिरी दिन सचिन पायलट मैदान में उतरे। स्टार प्रचारक के तौर पर इमरान प्रतापगढ़ी भी आए। अल्मोड़ा और टिहरी सीट पर पार्टी के किसी बड़े नेता की चुनावी रैली नहीं हुई। प्रचार के लिए राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, सलमान खुर्शीद, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू का इंतजार होता रहा। पहले चरण में उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को मतदान होना है। चुनाव प्रचार थम गया है। कांग्रेस पांचों सीटों पर जीत का दावा कर रही है, लेकिन चुनाव प्रचार में मोर्चा संभालने के लिए पार्टी के बड़े नेता बैरक से बाहर नहीं निकले। उत्तराखंड में चुनाव प्रचार के लिए हाईकमान ने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की थी। इसमें 10 नाम केंद्रीय नेताओं के शामिल थे। प्रियंका गांधी ने गढ़वाल सीट के रामनगर और हरिद्वार सीट के रुड़की में चुनावी जनसभा की। स्टार प्रचारकों की सूची में नाम न होने के बावजूद राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी प्रचार के लिए पहुंचे।पायलट ने हल्द्वानी में चुनावी रैली कर नैनीताल सीट से पार्टी प्रत्याशी प्रकाश जोशी के लिए वोट मांगे, जबकि इमरान ने पिरान कलियर में रैली कर हरिद्वार सीट से प्रत्याशी वीरेंद्र रावत के लिए प्रचार किया। लेकिन, राहुल गांधी, राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, हिमाचल के सीएम सुखविंद्र सुक्खू, जितेंद्र सिंह, सलमान खुर्शीद, गुरदीप सिंह सप्पल, अमरिंद्र सिंह राजा का प्रचार के लिए समय नहीं मिला।