भारत और मालदीव के रिश्तों का ये कठिन समय है. पीएम मोदी के लक्षद्वीप के दौरे के बाद दोनों देशों के बीच जो तल्ख बयानबाजी हुई, क्या वो अब मद्धम पड़ने लगी है. रिपब्लिक डे के मौके पर मालदीव से कुछ ट्वीट आए हैं, जानिए वो क्या इशारा करते हैं. कुछ दिन ही पुरानी बात है, अभी लोगों के जहन में भी होगी. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप गए और फिर मालदीव के कुछ मंत्रियों ने हाय-तौबा मचा दिया. सोशल मीडिया पर एक मुहिम चल पड़ी जिसमें भारत के लोगों से मालदीव के बजाए लक्षद्वीप घूमने जाने की बात कही गई. मगर मालदीव भारत के इन घटनाक्रमों से तनिक भी बाज नहीं आया. उसके राष्ट्रपति मोहम्मद मोइजू तुरंत चीन के दौरे पर गए वहां उनका अच्छे से स्वागत हुआ. कहा गया कि ये सबकुछ भारत विरोधी मालदीव के पैंतरों के तहत किया जा रहा. ऐसे में लोगों की निगाहें थी 26 जनवरी के दिन राष्ट्रपति मोइजू के ट्विटर हैंडल की तरफ. उधर से ट्वीट आया. मालदीव के राष्ट्रपति ने भारत को उसके 75वें गणतंत्र दिवस की बधाई दी. साथ ही यह कहा कि भारत-मालदीव संबंध सदियों की दोस्ती, आपसी सम्मान की गहरी भावना से आगे बढ़े हैं