भाजपा ने प्रदेश की हर लोकसभा सीट पांच लाख वोटों के अंतर से जीतने का लक्ष्य बनाया है। पार्टी बी श्रेणी की सीटों को एक श्रेणी में लाएगी। रविवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में हुई पार्टी दिग्गजों की बैठक में यह संकल्प लिया गया। संकल्प को पूरा करने के लिए चलाए जाने वाले अभियानों में पन्ना प्रमुख से लेकर सांसद तक को मैदान में डटने के निर्देश दिए गए। बैठक के बाद पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि लोकसभा चुनाव का अभियान प्रांतों में आ गया है। रविवार को चार सत्रों में चर्चा हुई। पहले सत्र में प्रदेश के राजनीतिक, सामाजिक, प्रशासनिक परिदृश्य पर संगठन और सरकार की भूमिका तय की गई। दूसरा सत्र संगठनात्मक तैयारी पर हुआ। इसमें तय हुआ कि प्रदेश में पन्ना प्रमुख से लेकर सांसद तक अभियान चलाया जाएगा। पंचायत प्रमुख से लेकर सांसद तक की सहभागिता होगी। पार्टी के सात मोर्चे हैं और प्रत्येक मोर्चे की अपनी अलग भूमिका होगी। हर मोर्चा अपने-अपने अभियान को लेकर कार्यक्रम करेगा, जो 31 मार्च तक चलेंगे। गौतम ने कहा कि हमारा मुख्य लक्ष्य हर बूथ तक पार्टी की गतिविधि को पहुंचाना है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मन की बात का कार्यक्रम भी शामिल है। केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाएं इसमें शामिल हैं। तीसरे सत्र के तहत केंद्रीय और राज्य के नेताओं के प्रवास एवं यात्राएं, जनसंपर्क अभियान व लाभार्थी सम्मेलन और जनसभाएं होंगी। चौथा सत्र प्रचार प्रसार का है, जिसमें सोशल मीडिया की अहम भूमिका होगी। बैठकों के दौर चलेंगे जो बूथ से क्लस्टर, विस और लोकसभा स्तर पर होंगी। उन्होंने कहा कि 24 जनवरी को नव मतदाता दिवस है। युवा मोर्चा नए मतदाता बनाने का काम करेगा। संसदीय बोर्ड का काम है पहले घोषणा पत्र बनाना। पांचों लोस सीटों पर सिटिंग सांसद ही प्रत्याशी होंगे या पार्टी मेरिट के आधार पर टिकट तय करेगी? इस प्रश्न के उत्तर में प्रदेश प्रभारी ने कहा कि अभी पार्टी ने ऐसा कुछ नहीं सोचा है। लेकिन पार्टी का पहले घोषणा पत्र आएगा। इसके लिए सुझाव लिए जाएंगे। इसके बात जब प्रत्याशी की बात आएगी तो उसमें सुझाव लिए जाएंगे। निर्णय केंद्रीय संसदीय बोर्ड ही लेगा।